Asteroid: बुधवार सुबह को एक स्टेडियम के आकार का एस्टेरॉयड धरती की बगल से गुजर गया। जिसके बाद धरती पर एक भयानक तबाही आने से बच गई। वैज्ञानिक इस एस्टेरॉयड पर बारीकी से नजर रख रहे थे, क्योंकि अगर यह रास्ता बदलते तो धरती पर भयानक तबाही ला सकता था। बता दें कि आज करीब 11 बजे ये धरती की बगल से गुजर गया।
4 दिसंबर 2024 को मंगलवार सुबह 11:00 बजे एक स्टेडियम के आकार का एस्टेरॉयड धरती के निकट से निकल गया। जो केवल 22 लाख किलोमीटर की दूरी से निकल गया। दरअसल, अंतरिक्ष में यह दूरी 22 किलोमीटर भी नहीं होती। अगर एक डिग्री का भी इसमें बदलाव होता तो पत्थर सीधा धरती पर आकर गिरता। इस एस्टेरॉयड का नाम Asteroid 2020 XR है।
अमेरिकी एजेंसी नासा के जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी के मुताबिक यह धरती की तरफ 1200 फीट चौड़ा था। साथ ही 44 हजार 300 किलोमीटर पर घंटे स्पीड से धरती की तरफ आ रहा था। Astroid 2020 XR को नासा ने नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स NEO की कैटेगरी में डाला था। यह स्टेडियम रूपी पत्थर धरती और सूरज की बीच की दूरी से तीन गुना ज्यादा वाली दूरी के ऑर्बिट में चक्कर लगा रहा है।
आपको जानकारी दे देंगे जब भी 500 फिट या कोई उससे बड़ा ऑर्बिट धरती के निकट यानी 75 लाख किलोमीटर के दायरे में आता है, उसको नियर अर्थ ऑब्जेक्ट्स कहा जाता है। कहा जाता है यह धरती के लिए खतरनाक साबित होते हैं, लेकिन एस्टेरॉइड 2020 XR धरती के लिए कोई खतरा साबित नहीं हुआ। XR थोड़ी दूर से निकल गया।
धरती की बगल से 2028 में गुजरेगा
बताया जा रहा है कि यूरोपियन स्पेस एजेंसी के नियर अर्थ ऑब्जेक्ट कोऑर्डिनेशन केंद्र के कोऑर्डिनेटर जुआन लुई कानो ने कहा कि 2020 XR की जब खोज हुई थी तब अंदाजा लगाया गया था कि यह 2028 में धरती की बगल से गुजरेगा और धरती से टकरा भी सकता है। लेकिन इसके चांस बेहद कम है। बाद में इस पर और स्टडी की गई तो पता लगा कि ऐसा नहीं भी हो सकता।