nawazuddin siddiqui: अगर किसी चीज को शिद्दत से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने की कोशिश में लग जाती है। साल 2007 में रिलीज हुई शाहरुख खान की फिल्म ओम शांति ओम का यह डायलॉग नवाजुद्दीन सिद्दीकी पर बिल्कुल सटीक बैठता है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक वक्त था जब नवाजुद्दीन सिद्दीकी फिल्मों में छोटे-छोटे रोल किया करते थे। वक्त ऐसा भी था जब वह मुंबई की सड़कों पर काम की तलाश में लटका करते थे लेकिन आज वह बॉलीवुड में एक बड़े मुकाम पर हैं।
आज के समय में उनके पास काम की कोई कमी नही है। उनके पास नाम है बेशुमार पैसा है और वह हर एक चीज है जिसकी हर किसी को तमन्ना होती है। लेकिन यहां तक पहुंचाने के लिए नवाजुद्दीन सिद्दीकी को काफी संघर्षों से गुजरना पड़ा। आज हम आपको नवाजुद्दीन सिद्दीकी से जुड़ा एक ऐसा काश बताने जा रहे हैं जब वह सीट पर खाना खा रहे थे और उन्हें कॉलर पड़कर बाहर निकाल दिया गया था।
दरअसल इस बारे में एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था कि कुछ ऐसे प्रोडक्शन हाउस हुआ करते थे जहां पर लीड एक्टर और छोटे कलाकारों के लिए खाना खाने के लिए अलग-अलग जगह होती थी। लीड एक्टर अलग बैठकर खाना खाते थे और छोटे कलाकार अलग जगह पर। हालांकि नवाजुद्दीन सिद्दीकी कई बार वैसे जगह पर खाना खाने के लिए बैठ जाते थे जहां पर लीड एक्ट्रेस होते थे एक बार उन्हें ऐसा ही करना भारी पड़ गया था।
दरअसल एक फिल्म के सेट पर वह ऐसी जगह पर खाना खाने बैठ गए थे। जहां पर फिल्म के बड़े एक्टर्स खाना खा रहे थे इसी चीज पर मेकर्स ने उन पर गुस्सा निकाल दिया था और कहा था कि वह छोटे एक्टर होकर कैसे बड़ों के बीच खाना खा रहे हैं और उन्हें कॉलर पड़कर वहां से बाहर निकाल दिया गया था। हालांकि नवाज ने मेहनत की और आज अपनी मेहनत के बदौलत इस कदर अपना मुकाम बनाया है कि आज बॉलीवुड के तमाम बड़े एक्टर्स के साथ उनका उठना बैठना है।