IND vs AUS: 6 दिसंबर को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच दूसरा टेस्ट मैच हुआ। जो एडिलेड में खेला गया। एडिलेड की पिच को लेकर क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने पुष्टि की है कि वे विकेट को बैलेंस बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 6 दिसंबर से दूसरा मुकाबला शुरू हुआ जो की 8 दिसंबर तक खेला गया. यह मुकाबला बॉर्डर-गावस्कर के पांच मैचो की सीरीज का है। इस माहौल में एडिलेड की पिच का नजारा काफी शानदार रहा। इस मौच के दौरान र दोनों टीमों के साथ-साथ सभी फैंस की नज़रें टिकी रहीं हालांकि एडिलेड की पिच को लेकर क्यूरेटर डेमियन हॉफ का कहना है था कि वह विकेट को बैलेंस में बनाने की कोशिश में लगे हुए थें। हॉफ ने बताया की पीच के उपर 6 मिमी तक घास थी। जिसके चलते यहां गेंद स्विंग और सीम होती दिखी।
दरअसल, एडिलेड ओवल के पिच क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने 4 दिसंबर को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि दूसरे मैच में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेल रही टीमों की पिच पर घास की परत एक समान होगी। उनका कहना है कि 6 मिमी वाली घास की परत से डिजाइन पिच गेंदबाजों के लिए ज्यादा मददगार साबित हो सकेगी। इस पर उनसे पूछा गया कि क्या एडिलेड में तेज गेंदबाजों के लिए कंडीशंस उनके अनुकूल होंगी। इस पर क्यूरेटर डेमियन हॉफ ने कहा कि वह और उनकी टीम एक बैलेंस विकेट बनाने की कोशिश में लगे हुए हैं। जिससे बल्लेबाज, तेज गेंदबाज, और स्पिनर सीरीज को प्रभावित करने में सफल हों। साथ ही क्यूरेटर ने कहा कि कम रोशनी होने या बादल छाए रहने से तेज गेंदबाजों को ज्यादा मदद मिलेगी।
बता दे कि एडिलेड टेस्ट मैच के दौरान 6 दिसंबर को पिच पर बारिश होने की संभावना थी। इस संभावना का अनुमान 88 प्रतिशत तक लगाया गया था। हालांकि मौच के दौरान बादल साफ दिखे. आपको बता दें कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सिरीज में दूसरा मुकाबला ऑस्ट्रेलिया ने जीत हासील किया है. इस मैच में ट्रेवीस हेड ने 140 रनों की शानदार पारी खेली है.